उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में बाल श्रम निषेध और पुनर्वास पर हुआ विस्तार से विचार
रांची, बाल श्रम के खिलाफ प्रशासन ने रांची में ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया है। आज समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में बाल श्रम उन्मूलन को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने की। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक, नगर श्री राजकुमार मेहता, श्रम अधीक्षक श्री अविनाश कृष्ण, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी श्री वेद प्रकाश तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बाल श्रम निषेध के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि बाल श्रमिकों को पुनर्वासित करने के बाद वे दोबारा किसी भी प्रकार के श्रम में संलग्न न हों। इस पर विशेष ध्यान दिया गया और श्रम अधीक्षक को पुनर्वास प्रक्रिया को मजबूत बनाने के निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक श्री राजकुमार मेहता ने रांची के हाई रिस्क क्षेत्रों में बाल श्रम के मामलों की सघन जांच के लिए विशेष धावा दल गठित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को एक साथ मिलकर बाल श्रमिकों के पुनर्वास और उनकी भलाई के लिए काम करने को कहा।
इसके अतिरिक्त, बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बाल श्रमिकों के अनुभवों को साझा किया जाएगा और सरकार द्वारा दिए जा रहे पुनर्वास लाभों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए समाज में प्रभावी कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
यह बैठक रांची प्रशासन की बाल श्रम के खिलाफ कड़ी लड़ाई का स्पष्ट संकेत देती है और इसका उद्देश्य भविष्य में बाल श्रम को समाप्त करना है। सभी विभागों के समन्वय से इस दिशा में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।