विश्व ब्राह्मण संघ और विप्र फाउंडेशन ने गुरुनानक आडिटोरियम में भव्य आयोजन किया; कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने ब्राह्मण समाज के ऐतिहासिक योगदान को सराहा।
रामगढ़, झारखंड : विश्व ब्राह्मण संघ और विप्र फाउंडेशन झारखंड के तत्वावधान में रविवार को रामगढ़ के गुरुनानक आडिटोरियम में भगवान परशुराम जन्मोत्सव हज़ारों लोगों की उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय कोयला एवं खनन राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे उपस्थित हुए। कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने समाज के उत्थान और एकजुटता पर अपने विचार साझा किए।

मुख्य अतिथि का स्वागत और परशुराम पूजन
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सतीश चंद्र दुबे और विश्व ब्राह्मण संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा के पुष्प गुच्छ, साफा, फरसा, और अंग वस्त्र से स्वागत के साथ हुई। विप्र फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष जे.पी. शर्मा ने भी बुके और अंग वस्त्र भेंटकर अतिथियों का अभिनंदन किया। इसके बाद भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन संपन्न हुआ।

सतीश चंद्र दुबे: ब्राह्मण समाज का योगदान अनमोल
मुख्य अतिथि सतीश चंद्र दुबे ने अपने संबोधन में कहा, “भगवान परशुराम शास्त्र और शस्त्र के प्रकांड विद्वान थे। ब्राह्मण समाज का जीवन त्याग और बलिदान का प्रतीक है। भारत के ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, और आध्यात्मिक उत्थान में ब्राह्मणों का योगदान अतुलनीय रहा है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वर्तमान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में ब्राह्मण समाज को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।
ब्राह्मण समाज की चुनौतियों पर चर्चा
विश्व ब्राह्मण संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा ने स्वागत भाषण में संगठन द्वारा ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए किए जा रहे सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एकजुटता और सामाजिक जागरूकता पर बल दिया। प्रकाश मिश्रा ने ब्राह्मण समाज की आर्थिक चुनौतियों को रेखांकित करते हुए कहा, “आज कई ब्राह्मण आर्थिक पिछड़ेपन के कारण बेरोजगारी और गरीबी से जूझ रहे हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।”
विक्रम पाण्डेय, पूर्व भाजपा प्रत्याशी (टुंडी विधानसभा), ने ब्राह्मणों में आपसी एकता और संगठन की आवश्यकता पर जोर दिया। ज्ञान ब्रह्म पाठक ने ब्राह्मणों के त्याग और बलिदान की गौरवशाली परंपरा को याद किया।
भव्य आयोजन और उपस्थिति
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप कुमार शर्मा ने की, जबकि मंच संचालन अमित मणि शर्मा और प्रहलाद पाण्डेय ने किया। आयोजन में प्रदीप कुमार मिश्रा, जय प्रकाश शर्मा, नवीन पाठक, महेश मिश्रा, ईला रानी पाठक, कृष्णा उपाध्याय, रमाशंकर पांडेय, विनोद मिश्रा, अशोक कुमार पांडेय, श्याम शर्मा, गोकुल शर्मा, सरिता पांडेय, संगीता दुबे, नंदू शर्मा, प्रकाश चंद्र व्यास, मुन्ना मिश्रा, अनुज तिवारी, अंकित पाठक, सुरेंद्र पांडेय, नवीन पांडेय सहित हजारों लोग उपस्थित थे।
आयोजन का महत्व
यह आयोजन न केवल परशुराम जन्मोत्सव का उत्सव था, बल्कि ब्राह्मण समाज की एकता, सामाजिक जागरूकता, और उनके ऐतिहासिक योगदान को उजागर करने का एक मंच भी बना। कार्यक्रम ने समाज के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर विचार-विमर्श को बढ़ावा दिया।
संवाददाता. आशीष कुमार मुखर्जी