रिपोर्ट: संजय ओझा, खलारी, रांची
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में निर्दोष पर्यटकों की मौत और झारखंड के एक वीर सपूत के शहीद होने की खबर जैसे ही फैली, खलारी में आक्रोश की लहर दौड़ गई।
आज खलारी के शहीद चौक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जहाँ सैकड़ों लोग एकत्र हुए। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंक के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
सभा के दौरान पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी हुई —
लोगों ने भारत सरकार से माँग की कि इस कायरतापूर्ण हमले का करारा जवाब दिया जाए। जरूरत पड़ी तो सीधे पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ा हमला किया जाए — यही आवाज़ गूंजती रही।
इस मौके पर राजन सिंह राजा, जालिम सिंह, तनवीर आलम, मोनू रजक, अनील पासवान, अशोक राम, इम्तियाज अंसारी, बाबू खान, जावेद अख्तर, नवाब मल्लिक, मजहर खान, मो. अब्बास, अस्लम अली, बीरेन्द्र यादव, अजय सिंह, सतेन्द्र खरवार, रवि उरांव, इकबाल खान, फिरोज आलम, तौहीद अंसारी, सुशील मुंडा, हरि प्रजापति, इसराइल अंसारी, सुधीर सिंह, मोबारक अंसारी, हिमांशु शेखर, सोनू कुमार, नसीम अख्तर, तालिब अंसारी, अदनान सामी, राहुल कुमार, सुल्तान अंसारी, फसी अहमद, राजेंद्र प्रसाद, फली खान, वसीम अंसारी सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।
ये सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं थी, ये एक संकल्प था — आतंक के खिलाफ, देश की सुरक्षा के लिए, और शहीदों के सम्मान में।