रांची: झारखंड में बालू के अवैध कारोबार और इससे जुड़ी घटनाओं पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कड़ा रुख अपनाया है। मंत्री ने इस मुद्दे पर राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विशेष टास्क फोर्स गठित कर सघन कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि बालू माफिया न सिर्फ नदियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि अब सरकारी अधिकारियों पर भी हमले करने से नहीं चूक रहे।
रक्षा राज्य मंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि रांची लोकसभा क्षेत्र सहित पूरे झारखंड में बालू की अवैध निकासी और कालाबाजारी खुली चुनौती बन चुकी है। उन्होंने हाल की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि रांची के एसडीओ उत्कर्ष कुमार और जिला खनन पदाधिकारी पर बालू माफियाओं ने हमला करने की कोशिश की, जो कि पूरी व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है।
उन्होंने कहा कि लगातार अखबारों में ऐसी घटनाओं की रिपोर्टिंग हो रही है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। बालू के अवैध खनन से जहां कई नदियों का अस्तित्व खतरे में है, वहीं पुलों की सुरक्षा और आमजन की जरूरतों पर भी असर पड़ा है। आम नागरिकों को या तो बालू नहीं मिल रही, या फिर बहुत महंगे दाम पर लेनी पड़ रही है।
मंत्री ने सरकार से यह भी कहा है कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो न सिर्फ आमजन, बल्कि अधिकारियों की सुरक्षा भी दांव पर लग जाएगी। उन्होंने आग्रह किया है कि राज्य स्तरीय टास्क फोर्स बनाकर पूरे मामले की जांच की जाए और सभी दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
(संजय ओझा, संवाददाता, रांची | sarhulnews.com)