________संवाददाता | गुड्डू पांडे
रामगढ़ जिले के भुरकुंडा क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय को पुनः स्थापित करने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। सोमवार को भुरकुंडा क्षेत्र विकास मंच के प्रतिनिधिमंडल ने अलग- अलग वक्त में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल एवं बड़कागांव विधायक रोशनलाला चौधरी से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। मंच ने विद्यालय को पूर्ववर्ती स्थल भुरकुंडा में ही पुनः स्थापित करने की मांग की है।

प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को बताया कि केंद्रीय विद्यालय का संचालन पहले सीसीएल की भुरकुंडा आवासीय कॉलोनी से हो रहा था, जिसे अब अस्थायी रूप से बरकाकाना (कुज्जू) स्थानांतरित कर दिया गया है। विद्यालय प्रबंधन की योजना है कि इसका स्थायी भवन राजेंद्र ग्राम–मनमोहना में बनाया जाए, जो भुरकुंडा क्षेत्र से करीब 15 किलोमीटर दूर है।

प्रतिनिधियों ने कहा कि यह निर्णय क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत असुविधाजनक होगा। भुरकुंडा क्षेत्र में सीसीएल की कई परियोजनाएं, रेलवे स्टेशन, कॉलेज, अस्पताल, बैंक और अन्य संस्थान पहले से मौजूद हैं। यहां हजारों कर्मचारी परिवार रहते हैं, जिनके बच्चों की शिक्षा पर यह निर्णय प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि मनमोहना में चयनित भूमि पिछले 60 वर्षों से खाली पड़ी है, जहां कोयला उत्खनन तक नहीं हो पाया है। मंच ने सुझाव दिया कि विद्यालय के लिए भुरकुंडा में ही वैकल्पिक ज़मीन उपलब्ध है, जैसे कि पुराना डीएवी स्कूल परिसर, एस्टेट नगर आदि।

सांसद मनीष जायसवाल ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वे इस विषय को गंभीरता से लेंगे और केंद्रीय विद्यालय संगठन व राज्य प्रशासन से बात कर समाधान का प्रयास करेंगे।

इस अवसर पर दिलीप कुम्हार, हरिशंकर चौधरी, मुनेश्वर साव, प्रेमकुमार वर्मा, भोगेन्द्र पाठक, चुल्हन कुमार सिंह, गुलाब चंद्र झा समेत कई स्थानीय लोग उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएंगे।

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